बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी
खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगी
यकीन है हमें
तू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथ
बीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी
वो रातों की कुछ शरारतें
जिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थी
बेशक तुझे भी याद होगा
कि किस कदर तेरी मुहब्बत में अक्सर आंखें भीग जाया करती थी
बुरा नहीं है तू
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी
रात के आहोश में उस पल तू भी अकेले भीगा होगा
जिस पल तुझे मेरी ज़रूरत सबसे ज़्यादा होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी
💞💞
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ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया,
जाने क्यू आज तेरे नाम पे रोना आया!!
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दो मुलाक़ात क्या हुई हमारी तुम्हारी,
निगरानी मे सारा शहर लग गया।
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तेरे फैसले पर सवाल ना उठाऊँ
यही मेरा इश्क़ है..
तुझे हर पल खुश देखना चाहूँ..
यही मेरा इश्क़ है..
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नहीं पसन्द मोहब्बत में मिलावट मुझे,
अगर वो मेरा है तो ख्वाब भी सिर्फ मेरे देखे।
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