मंज़िले भी उसकी थी,
रास्ते भी उसके ही थे..
लोग भी उसके थे,
काफ़िला भी उसका था..
साथ साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
फ़िर रास्ते बदलनें का फैसला भी उसी का था..
आज क्यों अकेला हुँ दिल ये सवाल करता है,
लोग तो उसके ही थें, क्या ख़ुदा भी उसका था...
True Love
उन्हे मेरा इश्क़ मतलबी शायद इसलिये भी लगा क्योंकि माथा जो चूमा हमने,
काश होंठ चूम लेते तो इश्क़ मुक़म्मल् हो जाता उनकी नज़रों में।।
LOVE LINES
ए शाम हम से कुछ तो बोल
सूरज आज फिर ढल गया
क्यों आज तू इतनी खामोश है
वो तो आई नहीं आज भी
इंतज़ार में दिन एक ओर ढल गया।
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