2. नजरों ही नजरों में अनकही बात हो
जाती है,
तेरा ख्याल आते ही चेहरे पे मुस्कान आ जाती है,☺️
इस वक्त नहीं मिल सकते तो क्या हुआ,😒
तुमसे तो सपनों में ही मुलाकात हो जाती है।😍
❤️
3. काश दुनिया की हर बुरी दुआ मुझे लगे,
बे मौत मर जाऊ उसे भनक तक ना लगे।
4. दिल मे तुम्हारी सुरत बसी हैं,
तस्वीर तुम्हारी मेरे लफ्ज पन्ने पर उतारही लेते हैं।
मेरी धड़कनों में तुम रहती हो कि,
मेरी हर शायरी में एहसास सिर्फ तुम्हारा ही हैं।
5. मेरे मिजाज को समझने के लिए
बस इतना ही काफी है
मैं उसका हरगिज़ नहीं होता जो
हर एक का हो जाए
6. तुम मुस्कुराना मेरी बातोंपर
मैं लुटता जाऊंगा तुम्हारी मुस्कान पर
तुम बोलती जाना कुछ एहसास
मैं एहसास करता रहूँगा तुम्हे तुम्हारे हर जिक्र पर
7. मैं लिख दूं वो किताब जिसके हर लफ्ज़ में तेरा नाम आता है...
सुबह से शाम, शाम से सुबह बस तेरे ख्यालों में खोया रहता हूं और मुझे काम ही क्या आता है..।
NEW SHAYARI
1.राह देख़ते-देख़ते तेरी, बहुत देर हो गई,
कल तलक मैं तेरी थी, आज ग़ैर हो गई..
न पूछा तूने कुछ भी, न क़हां मैंने कुछ भी,
यूँ ही मोहब्बत की शाम-ओ-सहर हो गई..
अनकहे जज्बात, भीतर ही दफ़न हो गए,
जुदाई की वो घडियाँ पल में कहर हो गई..
मर-मर के ग़ुजरती हैं तेरे बिना ये ज़िन्दगी,
तेरे नाम जो साँसे थी, आज ज़हर हो गई...!
2.तेरी शान में क्या नज़्म कहूँ
अल्फाज नही मिलते. . .
कुछ गुलाब ऐसे भी हैं
जो हर शाख पे नही खिलते. . .
3.कैसे करें हम खुद को,
तेरे प्यार के काबिल..
जब हम आदतें बदलते हैं
तो तुम शर्तें बदल देते हो...
4.मुझे मालूम है
कि ये ख्वाब झूठे हैं
और ख्वाहिशें अधूरी हैं
मगर जिंदा रहने के लिए
कुछ गलतफहमियां भी जरूरी हैं…
5.ये रात एक सफर है ख्वाबों का ...😌
सुबह एक तलाश है मंजिल की .......
6.महफ़ूज रख, बेदाग़ रख,
मैली ना कर ज़िन्दगी
मिलती नहीं इंसान को,
किरदार की चादर नई।
7.बिछडते वक्त मेरे ऐब गिनाये,
कुछ लोगो ने....
दोस्तों.....सोचता हूँ,
जब मिला था तब....
कौन सा हुनर था मुझमें.....
8.हाथ में कलम,✍✍
आंखों में ख्वाब लिए फिरता हूं।👇
कहानी मेरी मैं खुद लिखुगां,
कुछ गम कुछ खुशियों के पल लिखूंगा।
9.तकदीर में लिखा कौन बदलेगा,
जब मेरी किस्मत मैं खुद लिखुगा।
10.मैंने कहा मैंने मेरा सबकुछ तुम्हे दिया...
तुमने सुना मैंने तुम्हारा सब छीन लिया....
11.व्यवहारिक नही
अब दुनिया व्यवसायिक है...
सम्बन्ध उनसे ही मधुर है
जिनसे मुनाफा अधिक है....
कटु सत्य✨
12.पैरों के छाले सुहाना सफर लगने लगे हैं
💖✍✍
जब से हम मंजिल के करीब आने लगे हैं।
तुझे हम इश्क करना सिखायेगे
दो पल रुक तुझे धरती पे ही जन्नत दिखाएंगे।
13.बर्फ का वो शरीफ टुकड़ा जाम में क्या गिरा... बदनाम हो गया
देता जब तक अपनी सफाई... वो खुद शराब हो गया...
14.वक्त सिखा देता है
उसूल जिन्दगी का
फिर नसीब क्या?
लकीर क्या?
और तकदीर क्या?
15.मुझे रब ने सिर्फ
सब को तंग करने के लिए बनाया है
ये इश्क का तो तूने हम पे इल्जाम लगाया है।
16.किस्मत भी हम पर क़यामत ढा गयी
हम उनके लिए जगे,उन्हें नींद आ गयी।
17.हाथ तो उनके भी गंदे हुए होंगे,
जिन्होंने मेरे नाम पर कीचड़ उछाला है..!
18.बचपन के दिन भुला ना देना
आज हंसे कल रुला ना देना
इचक दाना -पिचक दाना, दाने उपर दाना
कितना प्यारा था बचपन मस्ताना....
19.वो अब भी मुझे याद है...
लानत है ऐसी यादाश्त पर...
20.हर गरीब पर इतनी दया करना ऐ रब,
दिल भले ही टूट जाए पर मोबाइल न टूटे..
21.छुपा ले मुझे अपने सांसो के दरमियां
कोई पूछे तो कहना ज़िन्दगी है मेरी.....
22.सच्चे किस्से शराबखाने में सुने,
वो भी हाथ मे जाम लेकर,
झूठे किस्से अदालत में सुने,
वो भी हाथ मे गीता-कुरान लेकर....
23.आधे से कुछ ज्यादा.... पूरे से कम....
कुछ ज़िन्दगी.... कुछ गम....
कुछ इश्क़.... कुछ हम.....
24.अक्सर कमजोर बना देती है तारीफे,
जब सामने आती है हकीकत की दीवारें।
25.मेरे ख़याल से,,, अब हम.....
तेरे......ख़्याल में भी नहीं बचे...!!
26.यूँ ना आया करो बिना ताल्लुक के तुम ख़्वाबों में,
घरवाले देख लेंगे तो क्या जवाब दूँगा मै
27.बहुत से रिश्ते इसलिए भी ख़त्म हो जाते है,
क्यूँकी एक सही बोल नहीं पाता और
दूसरा सही समझ नहीं पाता.......
28.एक पंखा ही मेरी तन्हाई में रात भर
मुझसे बात करता था
कमबख्त मौसम की दस्तक ने
उसकी भी जबान छिन ली।
29.मोहब्बत क्या होती है मालूम नहीं था,
बस एक पागली मिली,
और जिन्दगी , सत्यानाश हो गयी...!!
30.जिस दिन.... तेरे हाथो की पकड़ ढीली पड़ी थी
समझ गया था तभी कि अब रास्ते बदलने वाले है।
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