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3/1/25

हिंदी शायरी || WhatsApp Shayari || उर्दू शायरी


1. हाले आइना दिखाया था तुझे।🥀💔

छोड़ जाएगा बताया था तुझे।🥀💔


तेरी गाली से मुझे याद आया ।🥀💔

कितने तानों से बचाया था तुझे।🥀💔


तेरा बंता था कि तू दुश्मनो हो🥀💔

अपने हाथों से खिलाया था तुझे।;-🥀💔


;-)🥀🙌🏾💔🥺🥺🥺🥺




2. वफाएं मोहब्बत किया था तुमने।

सजदे में इसीलिए जख्म मिला था तुम्हें।।

एक फरियाद तो बनती थी।

शायद कभी तो यारी समझी थी।।

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


3. उसके दिल मैं मेरे आने का कोई

 निशा नहीं था 

मेरे पास उसके आने का कोई 

गवाह नहीं था 

आखिर कर आज उसने मुझे छोड़

ही दिया क्योंकि आज से पहले मुझसे

बेहतर कोई मिला नहीं था

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


4.आपकी दी हुई पायल थी उनके पास

झनकार नहीं सुन सके आप

वर्षों पुरानी एक चिट्ठी थी आपके पास 

लिखावट पहचान न सकी वो

इश्क तो दोनों को थी

बेहतर मिले या बेहतरीन

आखिर उसने कैसे फैसला लिया??

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


5. खूब पहचानी थी आपको 

पर साथ किसी और के थी वो,

 नज़रे भी न मिला सकी...

इश्क नहीं आसक्ति थी उनको!!

बेखबर इस क़दर नहीं होना था आपको

आप जान जान करते रहें और

जान लेकर चली गई वो!!

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


6.इश्क हमारा अंधा था  2

इश्क उससे करते थे जो !

बेखबर थे उनके अंदर के....

अलग बहरूपिया से

जान जान कह कर बुलाती थी जो !

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


7. यदि फिर इज़हार करे कोई,

तो ख़बर कर लीजिएगा,

गर ये भी जान पुकारे तो....

उस जान को याद कर लीजिएगा।।



ये शायराना अंदाज चलता रहेगा  

 फिर कभी सामना होगा!!

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


8. क्या कहें यार हमें यारों ने क्या-क्या समझा

क़तरा समझा तो किसी ने हमें दरिया समझा

सब  समझते रहे हमें वैसा जैसा जिसे भाया

किंतु जो हम थे वही तो न ज़माना समझा


🥹🥹💔💔💔💔😥😥

9. सच्चाई है ये, कि जो बुरे वक्त में साथ दे, वो ही सबसे खास बन जाता है।

और जो मुश्किलों में हमें अकेला छोड़ दे, वो चाहे जितना भी अपना हो, दिल से दूर हो जाता है।


🥹🥹💔💔💔💔😥😥

10. मरहम की जरूरत नहीं तेरे जख्मों को,

तेरे प्यार का एहसास ही काफी है।

अगर फिक्र इतनी है मेरी,

तो अपना बना ले, यही दिल की सिफारिश है।

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


11. इन चाहत को बरकरार रखना मरते दम तक... 

इस जन्म नहीं तो ख्यालों को जिंदा रखना अगले जन्म तक ...

उस खुदा ने कभी ना कभी मुलाक़ात तो लिखी होगी  किसी कदम तक..!

🥹🥹💔💔💔💔😥😥


12. “तुम्हे में ढूंढ़ता रहा समुन्दर के किनारे,,,,


तुम घूम रही थी किसी और के सहारे,,,,


याद तुम्हारी करके पागल हुआ में,,,,,


बिना किसी औजार के घायल हुआ में.”.... !!

🥹🥹💔💔💔💔😥😥

13. इश्क़ ने ऐसी नसीहत दी है,अब

चाहत ही नहीं किसी को देखने की


पलकें यदि इशारा भी करे तो ...

वो फटी डायरी याद आ जाती है।

🥹🥹💔💔💔💔😥😥

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